हिन्दी संपादकीय इकाई (HEU)

डॉ. अनु राहल
प्रभारी, हिन्दी संपादकीय इकाई (HEU), डीकेएमए
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के अधीन संचालित कृषि ज्ञान प्रबंधन निदेशालय (DKMA) की हिन्दी संपादकीय इकाई (HEU) देशभर में हिन्दी भाषी कृषकों, विद्यार्थियों, विस्तारकर्मियों और आम जनता तक कृषि ज्ञान के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह इकाई वैज्ञानिक शोध और कृषि नवाचारों को सरल हिन्दी में प्रस्तुत कर खेत और प्रयोगशाला के बीच की दूरी को पाटने का कार्य करती है।
यह इकाई ICAR की दो प्रमुख लोकप्रिय हिन्दी मासिक पत्रिकाओं का संपादन, डिज़ाइन और प्रकाशन करती है:
- खेती (मासिक)
- फल-फूल (द्वैमासिक)
खेती पत्रिका कृषकों को फसल उत्पादन, कीट प्रबंधन, मृदा स्वास्थ्य, जल संरक्षण और कृषि से जुड़ी वैज्ञानिक और उद्यमिता योजनाओं की जानकारी सरल भाषा में प्रदान करती है। फल-फूल विशेष रूप से बागवानी फसलों जैसे फल, सब्ज़ी, फूल, औषधीय पौधों एवं प्रसंस्करण पर केंद्रित है, जो कृषकों को आय के विविध स्रोत अपनाने हेतु प्रेरित करती है।
दोनों पत्रिकाएं सरल, सरस हिन्दी में लिखी जाती हैं और चित्रों, आलेखों, किसान अनुभवों, विशेषज्ञ इंटरव्यू तथा क्षेत्रीय उदाहरणों से समृद्ध होती हैं। विषयवस्तु का चयन वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की सलाह से किया जाता है ताकि सामग्री सटीक, उपयोगी और व्यवहारिक हो।
HEU केवल पत्रिकाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह इकाई हिन्दी में पुस्तकों, प्रशिक्षण पुस्तिकाओं, वार्षिक रिपोर्टों, विज्ञापनों और अन्य विस्तार प्रकाशनों का भी संपादन और प्रकाशन करती है। ये सामग्री कृषि विश्वविद्यालयों, कृषि विज्ञान केंद्रों (KVKs), गैर-सरकारी संस्थाओं और क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षण एवं जन-जागरूकता के लिए प्रयोग की जाती है।
HEU, ICAR में राजभाषा नीति के क्रियान्वयन में भी सक्रिय भूमिका निभाती है। यह इकाई वैज्ञानिक एवं प्रशासनिक दस्तावेजों का हिन्दी अनुवाद सुनिश्चित करती है ताकि हिन्दी भाषी समुदाय को कृषि ज्ञान सहज रूप से उपलब्ध हो सके।
डिजिटल माध्यमों के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, खेती और फल-फूल की डिजिटल संस्करण भी ICAR की इ-पत्रिका पोर्टल (https://patrika.icar.org.in) और DKMA वेबसाइट पर उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अलावा, सोशल मीडिया जैसे फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी पत्रिका की प्रमुख सामग्री, विशेषांक और कृषि सुझाव नियमित रूप से साझा किए जाते हैं।
हिन्दी संपादकीय इकाई ICAR के ज्ञान विस्तार तंत्र की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। यह इकाई वैज्ञानिक शोध को जन-जन तक पहुंचाने, किसानों को सशक्त बनाने और कृषि नवाचारों को अपनाने हेतु एक मजबूत मंच प्रदान करती है।